Dost ki bahan ki chudai story:- हैलो दोस्तों आज जो कहानी मै आपके लिए लेकर आया हूँ, ये कहानी बहुत ही कमाल की है और मुझे पूरा विश्वास है की इस कहानी को पढ़कर आपका हथियार आसमान को सैल्यूट करेगा। ये कहानी मेरे और मेरे दोस्त की बहन रश्मि दीदी की चुदाई की है। तो दोस्तों चलिये स्टोरी शुरू करते है।
Dost ki bahan ki chudai ki kahani
मेरा नाम अनिल है उम्र 25 साल, कद 5 फुट 7 इंच। रंग गोरा। अभी तक अनमेरिड हूँ। मै एक टीचर हूँ। मेरी एक गर्लफ्रेंड भी है लेकिन उसके साथ मिल पाना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए यहाँ वहाँ चूत की तलाश में रहता हूँ। हालांकि जब भी मौका मिलता है मै अपनी गर्लफ्रेंड को चोद लेता हूँ। तो बात ऐसी थी के काफी दिनों से मै उससे नहीं मिला था इसलिए मै चूत के जुगाड़ में घूम रहा था। रास्ते में कई सेक्सी और खूबसूरत लड़कियों को देख कर ही मन को तसल्ली देता था। मेरा एक दोस्त है जिसका नाम प्रशांत है वो मेरे साथ ही पढता था। हम काफी वक़्त से अच्छे दोस्त थे। मै अक्सर उसके यहाँ आता जाता रहता था। एक दिन संडे को मै प्रशांत के यहाँ गया। थोड़ी देर बैठ कर बातें करता रहा।
मैंने उसको कहा साले कब से बैठा हूँ पानी तो पिला दे, चाय तो पिलाने से रहा।
वो बोला नहीं यार अभी पिलाता हूँ।
उसने आवाज दी – रश्मि दीदी पानी दीजिये और चाय भी बनाइये।
मैंने कहा ये रश्मि दीदी कौन है?
उसने बताया की ये उसकी बुआ की लड़की है। शादी होने के 2 साल बाद उनके पति की डेथ हो गई है।
मैंने कहा ओह!!
Dost ki bahan ki chudai story
तभी मेरी आँखे खुली रह गयी। सामने से एक लगभग 28 साल की लड़की भरे बदन वाली चुस्त कुर्ती सलवार पहने आई। उसने झुक कर जब ट्रे सामने की तो मै उसके चेहरे को देखता रह गया। गोरे गाल, गुलाबी होठ, बड़ी बड़ी आँखे, कसा हुआ बदन, फिर थोड़ा नीचे को देखा तो उसके दूध का उभार टाइट कुर्ती में तो लगा मानो की सेक्स की देवी हो। वो नजारा मेरी आँखों से हट नहीं रहा था। जब वो चली गई तो मै प्रशांत से बातें करने लगा लेकिन मुझे बार बार रश्मि का चेहरा दिख रहा था। मैंने सोचा यार अनिल ये तो कमाल की लड़की है, ये अगर मिल जाये तो मजा आ जाए। मै घर आया और आते ही बाथरूम में जाकर मुट्ठ मारी। फिर मै प्लान बनाने लगा की कैसे जुगाड़ हो। प्रशांत के साथ बातो बातो में ये पता चला की वो 2 हफ्तों के लिए रहने आई है। Dost ki bahan ki chudai story
मेरे पास वक़्त कम था, सारा दिन उसके बारे में सोचते सोचते गुजर गया। रात में मैंने फिर से मुट्ठ मारी। अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था बस लग रहा था की रश्मि मिल जाए। उसको पाने के लिए मै बिलकुल बेताब था। उस रात मैंने 3 बार मुट्ठ मारी, रश्मि के लिए हर बार आग बढ़ती जा रही थी। मै सुबह देर से जागा और तुरंत रेडी होकर प्रशांत के यहाँ पहुंच गया। मै जानता था की वो ऑफिस गया होगा। दरवाजा खटखटाने पे रश्मि ने दरवाजा खोला। मेरे मुँह से सिसकारी ही निकल गयी।
मैंने पूछा की प्रशांत चला गया क्या?
रश्मि ने कहा है वो चला गया, उसने कहा आइये बैठिये मै चाय बनाती हूँ।
मै अंदर जा कर बैठ गया और प्रशांत की मम्मी से बात करने लगा। वो कल की तरह चाय लायी और झुक कर मुझे दी। तब मैंने पूरा जायजा लिया उसके जिस्म का। वो किसी एंगल से विधवा या शादीशुदा नहीं लग रही थी। मेरे ऊपर तो क़यामत तब बरसी, जब वो मुड़ कर जा रही थी। उसके कूल्हों के बीच में सूट फंसा हुआ था, जिससे उसकी गांड का शेप जबर्दस्त तरीके से दिख रहा था। जब वो चल रही थी तब उसकी मटकती हुई गांड देख कर मै तो उसको पाने के लिए तड़प उठा। मैंने सोचा की ये तो क़यामत है कुछ भी हो मै इसको चोद के रहूँगा। मैने प्रशांत के घर की निगरानी शुरू की तो पाया की वो रोज सुबह मंदिर जाती है। मैंने उसको मंदिर में ही मिलने का प्लान बनाया। मै पहले से मंदिर में जा कर उसका इन्तजार करने लगा। जब वो ऑरेंज कलर के सूट में आई तो मै देखता रह गया। जब वो जाने लगी तो मैंने उसको पुकारा…
रश्मि!!
उसने मुझको देखा और कहा..
रश्मि – अरे आप मंदिर आते हो?
मैंने कहा हाँ मंदिर भी आता हूँ और देवताओ को मनाता हूँ देवियो को देखता हूँ।
वो हंस के बोली – बहुत बढ़िया!!
मैंने कहा आप मेरे घर आइये ना कल शाम को मै वेट करुगा।
उसने कहा देखो टाइम मिलेगा तो जरूर आऊँगी।
Dost ki bahan rashmi didi ko choda
मै घर जा कर शाम को उसका वेट करने लगा, लेकिन वो नहीं आई। मुझे बहुत उदासी हुई, मेरा मन दिन बाहर बच्चो को पढ़ाने की जगह उसमे लगा रहा। मुझे बहुत बुरा लगा। मै प्रशांत के घर से सिर्फ 7 घर दूर ही रहता था। ऐसे में मै और ज्यादा परेशान था। लगातार दो दिन तक उसका वेट किया लेकिन वो नहीं आई। दूसरे दिन सुबह जब मै उसके घर जा पहुंचा तो वहाँ ताला लगा देख कर हैरान रह गया। मैंने प्रशांत को कॉल लगाया जो की ऑफ था। मै घर आया दिन भर घर में रहा कही पढ़ाने भी नहीं गया। मै अकेला रहता हूँ इसलिए सब कुछ बहुत बुरा लग रहा था। दोपहर में मै सोता रहा, 4 बजे के करीब मैंने चाय बनाई, जैसे ही चाय पीना सुरु किया तो दरवाजे की घंटी बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने रश्मि वाइट टाइट सूट सलवार पहने खड़ी थी। मै हाथ में कप लिए था। Dost ki bahan ki chudai story
वो बोली अरे वाह आप तो मुझे दरवाजे में ही चाय पिलाके भेजोगे क्या?
मैंने कहा आइये बैठिये!!
मै बहुत ज्यादा खुश हो गया और मैंने कहा आप बैठो मै 2 मिनट में आया।
मैंने जा कर चाय बनाई और उसको लाकर दी और कहा की इतने दिन बाद आई? मै उस दिन आपका वेट करता रहा।
वो बोली क्यों?
मैंने कहा आपको बुलाया था ऐसे में नहीं आओगी तो वेट नहीं करुगा? मै तो जिंदगी भर वेट करता।
वो एक टक मुझे देखने लगी।
मैंने मौका जान कर उसको बोल दिया आप बहुत ही खूबसूरत हो।
वो बोली थैंक्स!
मैने ना जाने क्या सोच के बोलना शुरू किया, पता नहीं कहा से मेरे अंदर इतनी ताकत आ गयी।
मैंने कह दिया कहा आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो! जबसे आपको देखा है उस दिन से मै दिन रात आपके बारे में सोचता रहता हूँ।
मै लगातार बोले जा रहा था पता नहीं क्या क्या बोल रहा था। वो मुझे देखे जा रही थी। वो बीच में ही मुझे रोक कर बोली।
रश्मि – ये बकवास करने के लिए मुझे बुलाया था? घर में अकेली बोर हो रही थी सोचा तुम्हारे पास आकर बाते करुँगी! मै जा रही हूँ!
वो उठ कर चली गई! मै रोक भी नहीं पाया। रात में 11:30 बजे के करीब मेरे मोबाइल में रिंग हुई, देखा प्रशांत का कॉल था, मै डर गया कही रश्मि ने जा कर उसको बता तो नहीं दिया। इसलिए मैंने फोन नहीं उठाया। दोबारा रिंग आई तब भी नहीं उठाया। जब तीसरी बार रिंग हुई तो मैंने कॉल रिसीव किया हेलो बोला तो उधर से प्रशांत की आवाज की बजाय रश्मि बोल रही थी। Dost ki bahan ki chudai story
Dost ki bahan ki chudai kahani
वो सॉरी बोली की मुझे ऐसे नहीं आना था मै कल आऊँगी।
मैंने कहा तुम एक काम करो इस फोन को काटो अपने मोबाइल से मिस्ड कॉल दो मै बैक करुगा।
उसने ऐसा ही किया मैंने कॉल बैक किया उससे बाते करने में बैलेंस ही ख़तम हो गया।
तो उसने कॉल बैक किया वो बोली कल मै पक्का आऊँगी।
अगले दिन मैंने सुबह से ही घर की सफाई की, सब सेट किया। वो ठीक 3 बजे आ गयी और वो सॉरी बोली। मैंने उसको चाय पिलाई मै उसके काफी करीब बैठ गया।
मैंने उसको आई लव यू बोला।
वो चुप थी फिर वो बोली तुम मेरे बारे में जानते हो, ये मै नहीं कर सकती?
मैंने उसको सेड्यूस किया उसकी हर बात को अपने तरीके से बोल रहा था ताकि वो मान जाये। बातो बातों में मैंने उसका हाथ पकड़ लिया था। मैंने उसको दोबारा आई लव यू बोला और जल्दी से किस कर लिया।
वो हाथ छिटक कर दूर हो गयी और बोली ये गलत है।
मैंने कहा आई लव यू! वो जब भी बोलती मै रिप्लाई में आई लव यू बोलता। अंत में उसने भी आई लव यू बोल दिया। बस फिर क्या था, अगले ही पल हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लिपट गए थे। मैंने उसको कसकर पकड़ रखा था। मै उसके जिस्म को महसूस कर रहा था। थोड़ी देर में हम अलग हुए। Dost ki bahan ki chudai story
वो बोली – जानू अब जाती हूँ भैया आने वाले है। उसने कहा रात में बात करेगे।
मैने कहा रात में बातें करते है या वो करते है?
रश्मि बोली – हटो जाने दो और वो जाने लगी।
मै उसके पीछे पीछे गेट तक आया, जैसे ही उसने गेट खोलने चाहा मैंने पीछे से उसकी कमर को पकड़ के खींचा और गर्दन में किस कर के आई लव यू बोला।
वो भी बोली जाने दो ना कल आऊँगी ना।
मैंने उसके कूल्हों में थपकी दे कर कहा – हां आना लेकिन वापस मत जाना।
वो हँसती हुई चली गयी। ये मेरी जीत थी मैंने गेट लगाया और वही खड़े होकर मुट्ठ मार दी। रात में उसका फोन आया थोड़ी देर यहाँ वहाँ की बाते करने के बाद अचानक उसने पूछा..
रश्मि – जानु तुमने मेरे पीछे हाथ क्यों मारा था?
मैंने नाटक किया कब मारा कहा मारा? क्यों झूट बोलती हो? मैंने तुम्हारा कुछ नहीं मारा न मारी।
वो बोली झूठे मेरी कमर के नीचे आते वक़्त हाथ मारा था।
मैंने कहा हाँ यार मारा था वो अच्छे लग रहे थे इसलिए मार दिया था।
उसने कहा और क्या क्या अच्छा लगता है?
मैंने सब कुछ डिटेल में बोला वो सुनती रही। लास्ट में बोली तुम तो काफी ज्यादा अच्छा लगा रहे हो मुझमे।
मैंने कहा कल आओ तो और भी अच्छा लगने लगेगा।
उसने कहा मै नहीं आऊँगी क्यों आऊँ? और फोन काट दिया।
कुछ देर बाद उसका मैसेज आया कल दिखाना क्या दिखाओगे मै भी देख लूँगी।
मैंने रिप्लाई मैसेज किया की जो दिखाना है वो हाथ में है।
दोस्त की बहन रश्मि दीदी की चुदाई की कहानी
अगले दिन मैंने सारी ट्यूशन की छुट्टी कर दी। वो 3 बजे आ गई। मैंने दरवाजे को बंद करते ही उसको दरवाजे से ही सटा कर चिपक के चूमना सुरु कर दिया। वो भी जोर जोर से सांसे लेने लगी। मै चूमना बंद ही नहीं कर रहा था। Dost ki bahan ki chudai story
वो बोली तुम जो सुरु करते हो बंद क्यों नहीं करते। यही पर ही सब करोगे? गेट से सटा रखा है! बिस्तर में चलो प्लीज!!
मैंने उसको गोद में उठा लिया और बिस्तर में ले जाकर चूमने लगा। बेतहाशा चूमने से वो जोश में आ गई। उसने भी मुझे चूमना शुरू कर दिया।
मैंने कहा तुमको मै सारी रात चूमने में बिता सकता हूँ।
वो बोली सारी रात चूमोगे तो करोगे कब?
मैंने कहा अभी करुगा!
मैंने उसका सूट उतारने को पकड़ा वो काफी टाइट था।
मैंने कहा तुम इतने टाइट कपडे पहनती हो की सारा साइज दिख जाता है।
उसने सूट उतार के कहा क्या क्या साइज दिखता है?
मैंने कहा कि तुम कमाल की हो! तुम्हारा हर अंग तराशा हुआ है। तुम बड़ी मस्त चीज हो यार।
अगले ही पल मैंने उसको ब्रा पैंटी में देखा तो झट से ब्रा खोल दी। रश्मि के चमकते हुए दूध देख कर मै पागलो की तरह उनको चूसने लगा। वो अपने दूध को खुद पकड़ कर मेरे मुँह में दे दे कर पिला रही थी। मैने उसकी पैंटी में हाथ डाला तो उसकी चिकनी चूत पर कोई बाल नहीं था। चूत एकदम गीली थी, मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था की मै उस लड़की के साथ हूँ जो मेरे लिए एक सपना सी हो गई थी। मैंने उसकी पैंटी को हटा दिया और उसकी चूत को देख कर लगा मानो जम कर चोदा गया हो लगातार। लेकिन उसकी चूत थी अच्छी। मैंने चूत में उगलिया डालनी शुरू की तो वो बोली..
रश्मि – अपना पिलाओ ना।
मैंने कहा ठीक से बोलो क्या पिलाऊँ?
वो बोली अपना लंड पिलाओ।
मैंने अपने सारे कपडे हटाए और उसके मुँह में लंड दे दिया। वो मस्ती से लंड चूस रही थी। मै पीछे हाथ कर के उसकी चूत में उगलियाँ कर रहा था। फिर मैंने अपना लंड निकाला और उसकी तांगे खोल कर चूत में लंड रख कर घुसा दिया.. Dost ki bahan ki chudai story
दोस्त की बहन की चुदाई की सेक्स स्टोरी
वो उम्ममममममममम आह्ह्ह्हहननना आह्हाहाहा करने लगी।
मैंने उसको चोदना सुरु कर दिया और वो अपने दूध दबाते हुए आए आह्ह्ह्ह करने लगी। मै उसके दूध को चूमने की कोसिस कर रहा था।
मै उसको कह रहा था की तुम जितनी सुन्दर बहार से दिखती हो उससे कही ज्यादा तो तुम कपड़ो के अंदर से सुन्दर लगती हो और बिस्तर में तो तुम अच्छी खिलाडी महसूस हो रही हो।
उसने कहा 2 साल से लंड नहीं मिला था आज बहुत दिनों बाद मिला है। चुदवाने में मजा आ रहा है। वो बोली जल्दी से चोद दो फिर गांड मारना।
मैंने कहा रियली तुम मुझसे गांड मरवाओगी?
वो बोली हाँ।
मैंने खुशी के मारे और जल्दी जल्दी चोदना शुरू कर दिया। वो भी जोश में साथ दे रही थी।
मैंने कहा तुम तो मस्त हो। तभी मैंने पूछा की तुमने गांड मरवाई है इसीलिए तो इतना शानदार शेप है।
वो मुस्कुराई तभी मै जल्दी जल्दी उसको चोदने लगा और शायद उसका भी चरम बिंदु आ चुका था। मेरा काम तमाम हुआ तो साथ में उसका भी काम ख़तम हो गया। मैंने उसकी चूत के अंदर ही अपना माल गिरा दिया। फिर हम दोनों लिपट कर लेट गए बिस्तर में। थोड़ी देर लेटे रहे, फिर कुछ देर बाद मै फिर से जोश में आने लगा। मै उसके ऊपर लेट गया और
मैंने उसके बालो से खेलते खेलते कहा तुम बहुत प्यारी, खूबसूरत और सेक्सी हो। काश तुम हमेशा मेरे साथ रहो।
वो बोली हम दोनों का साथ रहेगा चिंता मत करो।
उसने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद मेरे पैर के पंजे का अंगूठा चूसने लगी। फिर वो धीरे धीरे चूमती हुई ऊपर को आई फिर उसने लंड को मुँह में लेकर चूसा तो वो पहले से ज्यादा कड़क हो गया।
उसने कहा – तुम तैयार हो गए हो अब अंदर जाने दो।
फिर वो मेरे लंड को पकड़ के अपनी गांड में लगा कर बैठने लगी। बड़े आराम से लंड अंदर घुस गया। मुझे अहसास हुआ की इसकी जबर्दस्त चुदाई की गई है। इसको लंड की भूख है। वो सीईईईईईईईई बोलती रही और खुद ही उठ बेथ कर चोदने लगी। मै उसके तने हुए दूध की निप्पल को पकड़ कर खींचने लगा। Dost ki bahan ki chudai story
वो बोली तुम भी कम नहीं हो चोदने में।
मैंने कहा तुम्हारी चुदाई करने में मजा आ रहा है।
वो बोली पीछे से आओ ना ऐसे में दिक्कत हो रही है।
मैंने उसको डोगी स्टाइल में कर के पीछे से उसकी गांड में घुसा दिया।
वो ऊऊऊह्ह्हह्हह उम्ममममममममममममममम आहहहहहहहहह की आवाज निकालने लगी।
उसके दमकते हुए कूल्हे देख कर मै जोश में आ गया।
मैंने कहा तुम्हारे जैसी गांड मारने को मिले तो जोश कितना बढ़ जाता है!! क्या शानदार गांड है तुम्हारी! मजा आ गया!!
Dost ki bahan ko choda sex story hindi
वो भी आगे पीछे हो कर साथ दे रही थी। काफी देर तक हम दोनों लगे रहे फिर जब मेरा माल उसकी गांड में गिरा तो वो ऐसे ऊपर को होने लगी मानों उसके अंदर दो लंड समां जाए। फिर हम अलग हुए और अपने अपने कपडे पहने। उसने जा कर चाय बनाई 5 बजने वाले थे, तो वो जब घर जाने लगी। Dost ki bahan ki chudai story
मैंने कहा यार मत जाओ!
वो बोली जाना तो होगा लेकिन कल आऊँगी।
मैंने उसको गले लगा कर जाने दिया। रात में हम दोनों ने काफी देर तक बात की। अगले दिन फिर वो आई और हम दोनों ने चुदाई का मजा लिया। जब तक वो रही लगभग हर रोज़ मैंने उसको चोदा। हर तरह से मजा लिया।
जब वो बोली की कल मै जा रही हूँ,
तो मैंने कहा यार ऐसा कैसे चलेगा?
तो उसने कहा एक आईडिया है यहाँ से मेरा सहर 68 किलोमीटर दूर है अगर तुम चाहो तो हर संडे को तुम आ जाया करो। वहाँ हम लोग किसी होटल में 2 घंटे तक मिल लिया करेंगे।
तब से मै हर संडे को वहाँ जाता हूँ और वो सब्जी लेने या कोई और बहाना बना कर मेरे पास आ जाती है। होटल में हम लोग 2 घंटे तक चुदाई का मजा लेते है। अब तो वो होटल वाला भी जानता है की हम लोग किसलिए आते है। इसलिए वो भी हमेशा हम दोनों के लिए रूम का इंतजाम करके रखता है। सच में मेरे दोस्त की बहन रश्मि जैसी लड़की, जिसकी जिंदगी में होगी वो सबसे खुशनसीब में से होगा।
दोस्तो आप लोगो को कैसी लगी ये स्टोरी आप लोग कमेंट करके ज़रूर बताएं।
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