भाई के साथ चुदाई का खेल – 4

Bhai ke sath chudai ka khel-4:- लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा कैसे मेरे और मेरे भाई के बीच चुदाई हो गयी और उसके बारे में मेरी देवरानी रुपाली को पता चल गया. और रुपाली ने भी मेरे भाई विजय से सेक्स करने की इच्छा जताई. तो मैंने उसको पूरा प्लान समझाया कि कैसे वो विजय के साथ चुदाई का लुत्फ उठा सकती है।

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Bhai ke sath chudai ka khel-4

Bhai ke sath chudai ka khel-4

रीमा: रुपाली तुम्हे ही विजय को अपनी और सेड्यूस करना होगा. क्यूंकि मै उसको डायरेक्ट कह नहीं सकती की तुम रुपाली से सेक्स करो. क्यूंकि कल ही हमारे बीच फ़र्स्ट टाइम हूआ है. और बहूत टाइम बाद इंडिया आया है वो. मैं सीधा एप्रोच करुँगी तो वो हम दोनों को गलत समझ लेगा.

रुपाली: दीदी बात तो आपकी सही है. मैंने तो ये सोचा ही नहीं. और लास्ट नाईट आपके साथ सेक्स किया है तो शायद अभी भी आपके बारे में ही सोच रहे होंगे.

रीमा: मैं बच्चो को लेकर आज ऑफिस चली जाती हू. संजय (मेरे हस्बैंड) का कॉल था ऑफिस में कुछ डाक्यूमेंट्स कम्पलीट करने है. तुम और विजय घर में अकेले होंगे तो तुम दोनों को प्राइवेसी मिलेगी.

रुपाली: ये अच्छा आईडिया है. दोनों बच्चो ने ब्रेकफास्ट कर लिया है. आप रेडी होके जाओ.

फिर मैं बच्चो को लेकर ऑफिस चली गयी. आगे स्टोरी आपको मेरी देवरानी रुपाली की ज़ुबानी बताउंगी.

हैलो दोस्तों मैं रुपाली. रीमा दीदी की देवरानी. रीमा दीदी बच्चो को लेकर ऑफिस गयी तब मैं विजय को जगाने गेस्ट रूम में गयी. विजय बाथरूम में से शावर लेकर टॉवल लपेट कर आये थे. मैं तो उनको देखती ही रह गयी. क्या बॉडी थी यार. उनकी चेस्ट इतनी सेक्सी दिख रही थी बता नहीं सकती. उनके बाइसेप्स बहूत बड़े थे. उनके एब्स नहीं थे पर पेट सपाट था. बैक के विंग्स भी परफेक्ट दिख रहे थे. लाइफ में पहली बार लगा की सच में कोई मर्द ऐसे जिस्म का मालिक हो सकता है. ऐसा मर्द फिर भाई क्यों न हो औरत की इच्छा हो ही जाती है. विजय का भी सेम हाल था. जब से वो आये थे मुझे साड़ी में देखा था. आज मैं उनके सामने टी-शर्ट और शॉर्ट्स में थी. शॉर्ट्स में मेरी लेग्स बहूत सेक्सी लग रही थी और शाइन कर रहे थे. मेरे बूब्स टी-शर्ट में परफेक्ट शेप में दिख रहे थे. और ऊपर से पिंक ब्रा थोड़ी दिख रही थी. मेरा 36-32-38 का फिगर पूरा एक्सपोज़ हो रहा था.

हम दोनों ने एक-दुसरे को ऊपर से नीचे तक देखा. जब हमारी आँखें मिली तो मैं शर्मा रही थी और विजय भी शाय फील कर रहे थे. मैंने उनको स्माइल पास की और नाश्ता करने को कहा. मैं उनकी ओर मेरी बड़ी गांड करके रूम से बाहर आ गयी. मैं जब चलती हू तो मेरी गांड बाउंस होती है. मैंने विजय के लिए नाश्ता लगा दिया और उनकी वेट करने लगी. विजय रेडी हो कर टेबल पर आये. वो आज कुछ ज़्यादा ही हैंडसम लग रहे थे. जब किसी से चुदवाने की इच्छा होती है तो वो और भी हैंडसम लगने लगता है. विजय ने मुझे दीदी के बारे में पूछा तो मैंने बता दिया की उनको अर्जेंट काम से ऑफिस जाना पड़ा. बच्चो को भी कुछ काम था तो वो भी साथ में गए है.

तभी रीमा दीदी का विजय पर कॉल आया की तुम और रुपाली खाना खा लेना. वो लोग ऑफिस में लंच करने वाले थे और सीधा इवनिंग में घर आएंगे. विजय स्योर हो गए थे की घर पर अब सिर्फ हम दोनों ही थे. मैंने नोटिस किया की विजय बार-बार मुझे चोरी-चोरी देख रहे थे. वो मेरे को लाइक तो कर रहे थे ये मैं स्योर थी.

रुपाली: आज आप क्या खाना पसंद करोगे?

मैं जब ये बोल रही थी तब मैं अपनी क्लीवेज दिखा रही थी।

विजय: जो आपको सही लगे. मुझे तो सब कुछ चलता है.

रुपाली: क्यों आज कुछ स्पेशल नहीं खाना है?

मेरी आवाज़ थोड़ी सेडक्टिव हो गयी।

विजय: स्पेशल तो क्या है? आपको आज एक ब्रिटिश डिश खिलाता हू.

विजय और मैं साथ में किचन में काम कर रहे थे. मैं उनसे चिपक के खड़ी थी और वो भी मुझे छूते रहते थे. मैं रिप्लाई में स्माइल कर देती. मैंने नोटिस किया की उनकी पैंट पर से लंड में थोड़ा एरेक्ट हो रहा था. मैंने जान-बूझ कर चटनी उनके टी-शर्ट पर गिरा दी. मैं उनको वो साफ़ करने बाथरूम में ले गयी और उनको टी-शर्ट उतारने को बोला. मैं उनकी चेस्ट को घूर रही थी. फिर मैं अपने हाथ से उनकी बॉडी पर से चटनी साफ़ करने लगी. मैंने फिर शावर चालु कर दिया और हम दोनों पूरे भीग गए. मेरे हेयर पूरे वेट हो गए थे. मेरी वाइट टी-शर्ट ट्रांसपेरेंट हो गयी थी. अब विजय को मेरी पिंक ब्रा पूरी क्लियर दिखने लगी. मैं बहूत ही ज़्यादा हॉट लग रही थी. मैंने विजय को सॉरी बोला और उनकी आँखों में देखने लगी. मेरा हाथ अभी भी उनकी चेस्ट पर था. मैंने नीचे फील किया की उनका लंड पूरा टाइट हो गया था. मेरे अंदर वासना जाग गयी. मेरी आँखों में वो दिख रही थी.

विजय ने उनके लिप्स मेरे करीब कर दिए. मैंने अपनी आँखें बंद कर ली. मैं उनकी सांस को फील कर रही थी. अब विजय ने उनके लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिए. मैं भी उनको किस में रिस्पांस देने लगी. बहूत सोफ्टली किस हो रहा था. मैं किसी और दुनिया में चली गयी. मुझे ये बस एक सपना लग रहा था. मुझे एहसास हूआ तो मैंने उनको मेरे से दूर किया. उनकी आँखों में मेरे लिए प्यार दिख रहा था. मैंने अपनी आँखें झुका ली और मैं बहूत शर्मा रही थी.

विजय (मेरा फेस ऊपर करते हूए): क्या हूआ रुपाली? रुक क्यों गए? आप बहूत अच्छे से किस कर रहे थे.

रुपाली: अरे कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा?

विजय: अरे हम दोनों ही है घर पर. शाम तक कोई नहीं आने वाला.

अब विजय ने मेरी गांड पे हाथ रख लिया और मुझे अच्छे से पकड़ लिया. उनकी बॉडी से मैं चिपक गयी थी. ऊपर से ठंडा पानी मेरे अंदर की आग को हवा दे रहा था. अब हमारे बीच फिरसे किसिंग होने लगी. वो मेरी बैक से लेकर गांड तक सब जगह हाथ घुमा रहे थे. मैंने अपनी टी-शर्ट और शॉर्ट्स उतार दी. मैं अब उनके सामने पिंक ब्रा-पैंटी में थी. मेरे 36 साइज बूब्स गीली पिंक ब्रा में बहूत ही सेडक्टिव लग रहे थे. मेरे गीले बालों से गिरती पानी की बूंदे मेरे गोरे बूब्स को चमका रही थी. विजय मुझे थोड़े टाइम ऐसे ही देखते रहे और उनके मुँह से वाओ निकल गया.

विजय: रुपाली आप बहूत सेक्सी हो. आपका ये इनोसेंट फेस और ये सेक्सी फिगर बहूत डेडली कॉम्बो है. मैं तो आपका दीवाना हो गया हू.

रुपाली: मैं भी पहली बार किसी मर्द की ऐसी मस्कुलर बॉडी देख रही हू. आपने तो मुझे मजबूर कर दिया ऐसा करने के लिए. अब मैं खुद को रोक नहीं पायी और विजय को टाइट हग कर लिया.

मैं उनकी आँखों में लस्टि हो कर देख रही थी. मेरी आँखें कह रही थी मुझे एक असली मर्द मिला था. मैंने विजय की बॉडी के हर एक हिस्से पे किस किया. विजय ने भी मेरी पूरी बॉडी पर किस किया. अब मैं एक पैर ऊपर करके उनसे चिपक गयी. वो भी एक हाथ से ब्रा के ऊपर से मेरे बूब्स दबा रहे थे और एक हाथ से मुझे सपोर्ट दे रहे थे. मेरा एक हाथ वाल के सपोर्ट में था और एक हाथ से उनके सर को सहला रही थी. ये मेरी लाइफ का बहूत ही रोमांटिक पल था. मैं ये कभी नहीं भूल सकती. मैंने उनके लिप्स को चूसना स्टार्ट कर दिया और फ्रेंच किस किया. वो बहूत अच्छे से किस कर रहे थे. अब उन्होंने मेरी गर्दन पर किस किया और धीरे-धीरे ब्रा के ऊपर साइड बूब्स पर किस कर रहे थे. मैं तो पूरी मदहोश हो गयी थी.

अब विजय ने अपना हाथ पीछे करके मेरी ब्रा के हुक खोल दिए. मेरी ब्रा नीचे गिर गयी. उन्होंने मुझे वाल से सटा दिया और मेरे दोनों बूब्स को चूसने लगे. मैं भी उनके सर को सहला रही थी. वो मेरे निप्पल्स को मुँह में लेकर अच्छे से चूस रहे थे. मेरे मिल्की वाइट बूब्स लाल हो गए थे. अब मैं भी जोश में आ गयी और विजय को धक्का दे कर अपने से अलग किया. मैंने विजय की पैंट उतार दी और उनको पूरा नंगा कर दिया. मैं तो उनका लंड देख कर ही हैरान हो गयी. मेरे से रहा नहीं गया और सीधा लंड मुँह में ले लिया. मैं तो रंडी की तरह चूस रही थी. विजय का लंड बहूत ही हार्ड था, पूरी नसें दिख रही थी.

रुपाली: आपका लंड तो बहूत मस्त है. पहली बार इतना मज़ा आया है. आप असली मर्द हो. मुझे आज रंडी समझ कर चोदो. मैं आपसे चुदवाने के लिए तड़प रही हू.

विजय ने ये सुनते ही मुझे खड़ा किया और मेरी पैंटी निकाल दी. उन्होंने मुझे एक बच्ची की तरह गोदी में उठा लिया और बैडरूम में ले गए. बैडरूम में जाते ही मुझे बेड पर पटक दिया और मेरी दोनों टाँगे चौड़ी कर दी. मेरी गुलाबी चूत देख कर उनकी आँखों में चमक आ गयी और उन्होंने मेरी और नॉटी स्माइल पास की. मैंने भी रीटर्न में उनको आँख मारी और स्माइल करने लगी. वो बहूत ज़्यादा खुश हो गए और आइस क्रीम की तरह मेरी चूत चाटने लगे. मुझे ओरल सेक्स बहूत पसंद है और विजय को वो अच्छे से आता था. मैं थोड़ी देर में ही झड़ गयी और विजय ने वो चाट लिया. फिर उन्होंने मेरे ऊपर आ कर मुझे किस किया. मेरा कम उन्होंने मेरे मुँह में दिया और फिरसे चाट लिया.

मुझे ये बहूत यूनिक और अच्छा लगा.

विजय: रुपाली तुम्हारी चूत का टेस्ट बहूत मस्त है. जिग्नेश के मज़े है. ऐसी औरत हो तो लाइफ में और क्या चाहिए? तुम्हे यहाँ आ कर देखा तब से सोच रहा था यार ऐसी लेडी की चुदाई करने को मिल जाये.

रुपाली (सेक्सी आवाज़ में) अब मिल गयी है तो चोद लो. क्या पता फिर मौका मिले न मिले.

विजय ने अब अपना लंड मेरी चूत पर रखा और थोड़ा अंदर किया. मेरी आहह निकल गयी उनका लंड जिग्नेश से थोड़ा मोटा था. थोड़ी देर होल्ड किया और पूरा लंड चूत में उतार दिया. अब मुझे वो मिशनरी पोजीशन में चोदने लगे. मैंने भी उनकी बैक को टाइट पकड़ लिया और नीचे से गांड ऊपर करके चुदवाने लगी. फिर हमने पोजीशन चेंज की और मैं उनकी गोदी में बैठ गयी और हम लोटस बन गए. उनके लंड को मैं, मेरी गांड हिला-हिला कर फील दे रही थी और साथ में उनका सर पकड़ कर बूब्स चुसवा रही थी. बहूत मज़े से हम सेक्स कर रहे थे. मैं पूरा नज़ारा मिरर में देख रही थी. क्या लग रहे थे दोनों. जैसे दो जिस्म एक जान हो. विजय भी पूरा फील देकर चोद रहे थे.

रुपाली (विजय के कान के करीब जा कर ईयर बाईट करके): जब तक आप यही हो तब तक मुझे और रीमा दीदी को चोदते रहना.

मेरी बात सुन कर विजय शॉकेड हो गए.

अब आगे क्या हूआ मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बताउंगी.

अगला भाग पढ़े:- भाई के साथ चुदाई का खेल – 5

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