कुँवारी बहन की सील तोड़कर औरत बनाया-4

Bahan ki seel ka malik bhai 4:- तो आप सब ने लास्ट पार्ट अभी तक नहीं पढ़ा तो प्लीज उसे पढ़ ले. लास्ट पार्ट में राजू ने श्रुति को ब्लाइंड फ़ोल्ड कर दिया था. श्रुति को ब्लाइंड फ़ोल्ड करने के बाद मैं टॉयलेट से बाहर आ गया. अब मेरा और राजू दोनों का लंड एक-दम तना हुआ था और श्रुति को सलामी दे रहा था.पर मेरे और राजू की डील के हिसाब से श्रुति की सील मैं तोड़ने वाला था. अब आगे..

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Bahan ki seel ka malik bhai 4

Bahan ki seel ka malik bhai 4

तो मैंने राजू को इशारा किया की वो चेयर पे जा कर बैठ जाये. राजू ने श्रुति के बूब्स को मसला और उसके बाद वो चेयर पे बैठ गया. अब आज मेरे सारे सपने पूरे होने जा रहे थे. मैं तुरंत श्रुति के पास गया उसके लिप्स पे अपने लिप्स रख दिए और उसके सेक्सी लिप्स को चाटने लगा. मैं उसको खींच कर उससे पूरा लिपट गया. करीब 10 मिनट के बाद मैंने किस करना छोड़ा. श्रुति ज़ोर-ज़ोर से सांस ले रही थी और उसने अपना सर मेरे कंधे पे रखा था. मैं उसके गरम बदन का पूरा स्वाद लेना चाहता था. मैं उसके गले पे अपने होंठ फेरने लगा. श्रुति भी सिसकारी ले रही थी और मुझे उसने अपनी बाहों में भर लिया था. मैं खड़ा हुआ और श्रुति को भी खड़ा किया. फिर उसका टॉप निकाल दिया. उसने अंदर एक रेड कलर की ब्रा पहनी थी. मैंने वेट न करते हुए उसकी पैंट भी उतार दी.

उसकी पैंटी उसकी ब्रा से मैचिंग थी. मैंने देख के सोचा की आज तो ये पूरी चोदने की प्लानिंग करके आयी थी. मैंने उसे उल्टा करके बेड पे लिटाया और उसके ऊपर लेट गया. मेरे हाथ उसके बूब्स को मसल रहे थे. मैं उसकी बैक को किश कर रहा था. अब मैं बहुत एकसाइटेड हो गया था. मैंने श्रुति को नीचे घुटनो पे बिठा दिया और अपने कपडे निकाल दिए. मैं अपना लंड उसके मुँह पे मारने लगा. श्रुति: ये क्या बेबी? जो मैं सोच रही हूं वही है? श्रुति ने स्माइल दी और मेरे लंड को हाथ में लेके हिलाने लगी. मेरा लंड लगभग 7 इंच का है और वो साइज में बहुत मोटा है. राजू ने पीछे से बोला-

राजू: बेबी मेरा मुँह में ले लो अब.

श्रुति: बेबी ये तो बहुत मोटा है. मैं इसे मुँह में कैसे लूंगी?

मैंने उसकी बात पे ध्यान नहीं दिया और अपना लंड उसके मुँह में ठूस दिया और उसके बाल पकड़ के उसका सर आगे-पीछे करने लगा. कुछ देर ऐसे ही करने के बाद उसने धक्का मार के खुद को छुड़ाया. उसके पूरे मुँह से थूक टपक रही थी.

श्रुति: क्या कर रहे हो? ऐसे कौन करता है? मैं खुद करती हूं न.

फिर मैं रिलैक्स होकर बैठ गया और श्रुति ने कमान संभाल ली. वो मेरे लंड के टॉप को लिक करने लगी. फिर उसने धीरे-धीरे पूरा लंड मुँह में ले लिया. वो अपने एक हाथ से मेरी बॉल्स को सहला रही थी. मैं भी बहुत हरामी हूँ तो मैंने अपना लंड उसके मुँह से निकाला और अपने लंड और बॉल्स को इकठ्ठा करके उसके मुँह में डाल दिया. फिर उसके मुँह को पकड़ लिया. वो डीप थ्रोट कर रही थी और मेरे लंड पे चोक हो रही थी. उसके मुँह से गुह गुह गुह उम् उम् गुह गुह घह की आवाज़े आ रही थी. कुछ देर में मैं उसके मुँह में झड़ गया. वो पानी को थूकने लगी तो मैंने उसके मुँह पे एक ऊँगली रख दी. वो मेरा इशारा समझ गयी और पूरा जूस पी गयी. मैंने उसे गोद में उठाया और बेड पे लिटा दिया. फिर उसके सारे कपडे निकाल दिए.

अब सीन ये था की मेरी सेक्सी बहन मेरे सामने नंगी बेड पे पड़ी थी. मैंने उसके ऊपर चढ़ के उसके बड़े बूब्स को सक किया जिसका सपना मैं न-जाने कब से देख रहा था. वो भी पूरे मज़े में थी. अब मैं नीचे आके उसकी कुवारी चूत को स्मेल किया. ऐसी कच्ची करारी सील पैक चूत हो तो उसको चाटने का मन खुद ही हो जाता है. तो मैंने भी वही किया और मैं उसकी कुवारी चूत पे अपनी जीभ फेरने लगा. उसको चाट-ते– चाट-ते मैं अपनी जीभ चूत के अंदर-बाहर करने लगा. वो इससे तड़प रही थी और अपनी गांड उठा-उठा के चूत चुसवा रही थी.

श्रुति: बेबी मुझसे अब कण्ट्रोल नहीं हो रहा. प्लीज अब अंदर डाल दो.

ये सुनते ही मेरा खड़ा लंड पूरा फटने लगा. मैं बिना कुछ सोचे उसकी चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा जिससे वो और तड़प उठी. वो ज़ोर-ज़ोर से कराहने लगी.

श्रुति: आरा आराम से करना प्लीज!

मुझे ये पाता था की श्रुति वर्जिन थी. तो मैंने उसकी चूत में पहले अपना टोपा ही डाला. पर उतने से ही वो तिलमिलाने लगी और ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी.

श्रुति: आह आह आह बेबी राजू. प्लीज मैं नहीं करुँगी आह ऊहह. बहुत दर्द हो रहा है. प्लीज निकाल दो.

मुझे उसका हाल देख के दुखी हुआ और मैंने एक पल सोचा की मैं रुक जाऊ. फिर मुझे याद आया की श्रुति यहाँ राजू से चुदने आयी थी. वो ये स्पेशल मोमेंट राजू के साथ स्पेंड करने वाली थी. इससे मुझे गुस्सा आ गया और गुस्से में मैंने एक धक्के में अपना पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.

श्रुति: आआह मर्डर गयी आह आआह.

और श्रुति ये कह कर बेहोश हो गयी. फिर वो करीब 2 मिनट बाद उठी. पर मैं रुका नहीं था और अपना लंड धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर रहा था. उसके होश आने पर उसके हाथो को मैंने पकड़ लिया ताकि वो अपनी आँखें खोल न पाए. मैं उसे जेंटली किस करने लगा उसे शांत करने के लिए. जब मैंने देखा की श्रुति शांत हो गयी थी तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई. फिर धीरे-धीरे मैं उसको फुल स्पीड में धक्के मारने लगा. अब वो भी पूरे मज़े में थी और अपनी गांड उठा-उठा के चुदवा रही थी. मेरे हर एक धक्के में उसकी पूरी बॉडी हिल जाती जिससे उसको बूब्स पूरे हिलते. ऐसी ही मैंने उसे करीब 20 मिनट चोदा और फिर उसे उठा कर मैंने गोद में ले लिया. फिर उसकी गांड से उसे पकड़ कर नीचे से धक्के मारने लगा.

उसने मेरे गले में अपना हाथ रखा था और वो उम्म आह उम्म उम्म की आवाज़े कर रही थी. मैंने उसे बेड पे पटका और उसे घोड़ी बना के उसके ऊपर चढ़ गया उसकी सवारी करने के लिए. अब इस पोजीशन में लंड अंदर तक जा रह था. इससे श्रुति और ज़्यादा मोअन कर रही थी. मैं भी उसे धक्के मारे जा रहा था बिना रुके. अब पूरे रूम में सिर्फ श्रुति की मॉनिंग की और फच फच की आवाज़े आ रही थी. कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. अब तक श्रुति खुद 3 बार झड़ चुकी थी. कुछ देर मैं उसके ऊपर चढ़ कर ही लेट गया. फिर मैं उठा और राजू को कहा की अब तू कर ले एक राउंड. मैंने राजू को एक कंडोम दिया और कहा जा. हमारे बीच यही डील हुई थी की राजू सिर्फ एक राउंड करेगा. वो भी कंडोम पहन कर और उसके बाद वो श्रुति के आस-पास नज़र नहीं आएगा.

अब राजू उठा और उसने अपनी पैंट उतारी. अब मेरी गांड फट गयी. मैंने सोचा था 19 साल के राजू के पास छोटा सा लंड होगा. पर उस हरामी के पास 10 इंच का लम्बा सा लंड था. खैर वो मुझसे पतला था पर लम्बा मुझसे ज़्यादा था. उसने अब कंडोम तो पहन लिया और श्रुति की गांड को मसलने लगा. फिर वो मेरी बहन की गांड पे ऊँगली फेरने लगा. उसने छोटी ऊँगली गांड के अंदर डाल दी. श्रुति उससे कांप उठी और अपनी गांड को हटाने लगी. पर उस हरामी राजू ने उसकी गांड पकड़ के रखी थी. मुझे अब गुस्सा आ गया और मैंने उसके कान में कहा-

गौरव: भोसडीके तू उसकी गांड क्यों छु रहा है. बात सिर्फ चूत की हुई है. राजू: बात तो एक राउंड की हुई है. मेरी मर्ज़ी चाहे जहा करू.

गौरव: नहीं सिर्फ चूत मिलेगी गांड नहीं. और ज़्यादा बोलेगा तो अभी बाहर जाके श्रुति को फ़ोन करके घर बुला लूँगा.

राजू: ठीक है. गुस्सा क्यों हो रहे हो? अपना हो गया तो मेरा काम मत खराब करो. अब राजू ने श्रुति को सीधा लिटाया और उसके बूब्स को चूसने लगा. लगभग 10 मिनट बूब्स को चाट के उसने बूब्स को पूरा चमका दिया. मुझे ये सब देख के बहुत गुस्सा आ रहा था. पर मैं कुछ कर भी तो नहीं सकता था. अब राजू ने अपना 10 इंच का लंड श्रुति की चूत पे सेट किया और बिना कोई रेहम करे पूरा लंड चूत में उतार दिया.

श्रुति इतनी ज़ोर से चिल्लाई जितना वो सील टूटने पे भी नहीं चिल्लाई थी. अब राजू ने उसे धक्के मारने शुरू किये और उसके हर धक्के से पूरा बेड हिले जा रहा था. साथ ही श्रुति की पूरी बॉडी भी. श्रुति पूरे टाइम बहुत तड़प रही थी ज़ोर-ज़ोर से कराह रही थी चिल्ला रही थी.

श्रुति: आह आह आह बेबी धीरे करो प्लीज. क्या कर रहे हो? अभी तो ऐसे नहीं कर रहे थे. अब इतनी ज़्यादा ज़ोर से कैसे कर रहे हो? आह आह ओहह आह.

साला राजू कुछ सुने बिना उसकी चूत मारते जा रहा था. उसने श्रुति की पोजीशन बदल के उसको डोगी बना कर चोदा. फिर उसे गोद में लेकर चोदा और आखिर में उसे मिशनरी में भी चोदा. फिर वो पूरा उसकी चूत में ही झड़ गया. वो तो अच्छी बात थी की उसने कंडोम पहना था. राजू: मेरा एक राउंड तो हो गया अब चले फिर? पर अब राजू की चुदाई देख के मेरा लंड फिर से श्रुति की चूत के लिए तड़प उठा था. मैंने राजू को कुछ बोलने के लिए कह दिया. राजू: श्रुति बेबी तुम्हारे फ़ोन पे मैसेज आया है तुम्हारे भाई का. वो कह रहा है की आज मम्मी किसी रिश्तेदार के घर गयी है और लेट आएँगी और तुम्हारा भाई भी लेट हो जायेगा.

श्रुति: अच्छा लाओ दिखाओ. राजू: नहीं बेबी मैं बता रहा हूं न. तो बेबी अब तो तुम 2-3 घंटे और फ्री हो. क्यों न हम कुछ राउंड और कर ले?

श्रुति: नहीं तुम बहुत ज़्यादा बुरी तरह से करते हो.

राजू: अरे अब अच्छे से करूँगा. वैसे भी मज़ा तो ऐसे ही आता है.

श्रुति: हां ये भी सही है. तो चलो फिर डाल दो अंदर अब.

राजू: वैसे बेबी मेरी फेंटेसी है एक की मैं सेक्स करू और फिर चला जाऊ तुम्हे चोद के बाद. फिर तुम बाद में चली जाना. प्लीज करोगी ये? श्रुति: ठीक है कर सकते है. तुम डोर ज़ोर से क्लोज करके जाना. फिर मैं उठ के चली जाउंगी.

राजू: ओके बेबी फिर शुरू करते है.

राजू ने मुझे थम्ब्स अप का इशारा किया और वो धीरे से गेट खोल के चला गया.

असल में ये मेरा ही प्लान था श्रुति को और चोदने का. उसके बाद मैंने श्रुति को करीब 2 घंटे तक हर पोजीशन में चोदा. मैंने उसके साथ 69 भी किया और उसके बूब्स को भी चूसा. उसके बाद मैं उठ कर चला गया. मेरे घर पहुँचने के बाद श्रुति भी घर आ गयी. और वो बिलकुल नार्मल बीहेव कर रही थी. पर उसकी हालत देख के ही लग रहा था की या तो इसकी पिटाई हुई थी या चुदाई. अब से मेरे पास सीधा चांस था जब चाहे तब श्रुति को चोदने का. मुझे जब मन करता मैं राजू को कॉल करता और हम साथ में उसे चोदते. खैर मुझे थोड़ी जलन तो होती राजू से पर अब और कोई तरीका भी तो नहीं था. वैसे भी उसकी सील तो मैंने तोड़ ही ली थी.

आपको कहानी कैसी लगी कमेंट मे ज़रूर बताएं।

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