Bahan Bhai ki chudai story:- हैलो दोस्तो मामा की शादी मे बहन मुझसे चुद गयी के पहले पार्ट मे आपने पढ़ा कि कैसे मैंने अपनी सगी बहन दिशा को शादी के दिन जब बारात सड़क पर निकल रही थी उस टाइम मैंने उसको घर की छत पर चोदा। लेकिन वो चुदाई बहुत जल्दी मे हुई थी तो मैंने दिशा की दुबारा से चुदाई करने का सोचा अब पढ़िये आगे..
bahan bhai ki chudai story hindi mein
अब मैंने सोचा अब मौका मिला तो कंडोम लगा कर चोदूँगा. पर उसके लिए दिशा से बात करनी जरुरी थी. पर मुझे मौका नहीं मिल रहा था। करीब 7 बजे शादी खत्म हो गयी, सब घर जा रहे थे तब मैंने दिशा को बुलाया और कहा.
मै – दिशा कुछ काम है तुमसे!
वो बोली आपका काम हो गया अब क्या काम है? उसकी आवाज में थोड़ी नाराजगी थी।
मैंने कहा अरे यार नाराज मत हो मज़ा नहीं आया तुम भी जल्दी में थी कुछ और प्लान बनाओ ना.
उसने कहा तुम्हे प्लान की सूझ रही है और मेरी सूज गई है अभी भी दर्द है कितनी जोर से किया है.
मै – प्लीज अबकी बार आराम से करूँगा और पहली बार तो दर्द होता ही है. मैंने कहा प्लीज मान जाओ तैयार हो तो मैं कुछ न कुछ कर लूंगा।
उसने कहा मैं नहीं जानती आप जानो आपका काम जाने.
मैंने कहा ठीक है.
रात को रिसेप्शन था. हम लोग तैयार हो रहे थे तब दिशा उसी कमरे में घुसी जहा मैंने उसे चोदा था शायद तैयार होने गई थी. हम जल्दी तैयार हो कर रेसप्शन हॉल में पहुंच गए। कुछ देर बाद दिशा भी पहुंच गई उसने ब्लू कलर का लहंगा पहना था. क्या सेक्सी लग रही रही थी वो. चोली में उसके क्लीवेज अब और साफ साफ नज़र आ रहे थे. Bahan Bhai ki chudai story
मैंने उसके पास जाकर कहा बहुत प्यारी लग रही हो.
उसने कहा अच्छा जी तुम्हे तो हरदम यही सूझता रहता है.
मैंने कहा क्या प्रोग्राम है?
उसने कहा किस बात का?
मैंने कहा जो बात बची है?
उसने कहा कोई बात नहीं बाकि और कोई मौका भी नहीं है.
मैंने कहा अभी घर में सब लेटे है सब इतना थक गए है की कोई यहाँ आना नहीं चाहता मैंने कहा मेरे पास प्लान है।
उसने कहा आपका दिमाग कही और भी चलता है की दिन भर यही बाते सोचते हो?
मैंने कहा तुम अगर पास होगी तो और क्या होगा.
मैंने कहा रात को मैं प्लान बताऊंगा।
तो वो बोली ठीक है देखते है.
रिसेप्शन खत्म हो गया और हम घर आ गये।
मैंने धीरे से दिशा से कहा- कहाँ सोएगी?
दिशा – वही बच्चो के साथ.
मैंने कहा ठीक है मैं रात को आऊंगा.
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रात को 1 बजे मैं उठा और दिशा के कमरे की तरफ गया। उसका दरवाजा खुला था। मैंने दिशा को उठाया तो वो हड़बड़ा गई लेकिन मुझे देखते ही चुप हो गयी. उस समय दिशा नाइटी में थी मैंने उसे इशारे से पीछे आने को कहा। वो मेरे पीछे पीछे आई तो मैं उसे सीधे छत पर ले गया.
वो बोली ये क्या है भैया यहाँ क्यों लाये हो?
मैंने कहा कोई कमरा खाली नहीं है इसलिए.
वो बोली जरुरत क्या थी दोपहर को कर तो लिया था ना?
मैंने कहा मज़ा नहीं आया.
वो बोली यहाँ कहा होगा.
मैंने उसे दिखाया वहाँ पर पानी टैंक और छत की दीवार के बीच कुछ जगह थी जहा मैंने पहले से एक कम्बल बिछा रखा था. दिसम्बर का महीना था और ठण्ड अपने जोरो पर थी इसलिए कम्बल ओढ़ने के लिए मिला था। उसे मैं ऊपर ले आया और बिछा दिया। Bahan Bhai ki chudai story
वो बोली भैया बहुत बदमाश हो आप।
फिर मैंने छत का दरवाजा अंदर से बंद किया और दोनों बैठ गए
उसने कहा भैया नाइटी मत उतारना ऐसे ही कर लो.
मैंने कहा ठीक है!
अब वह बिना किसी फार्मलिटी के लेट गई मैंने टांगों से उसकी नाईट ऊपर की , उसकी पैंटी को उतार दिया और ऊपर कर ब्रा भी खोल दी और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया। वो बोली कुछ मत निकालो ना. मैंने कहा- कैसे होगा ऐसे। तो तब उसने अपनी नाइटी ऊपर तक उठा दी. चूचियों तक वो पूरी नंगी हो गई थी. मैंने लोवर और बनियान पहनी थी दोनो निकाल दिए. मेरा लंड तो तना हुआ था वो दिशा के बिल में जाने के लिए फुंकार मार रहा था. ऊपर छत पर पंडाल लगा था और चारो ओर से कवर था इसलिए कही से किसी के देखने का खतरा नहीं था। अब मैंने दिशा को चूमना शुरू किया और बूब्स चूसने और दबाने लगा। हवा थोड़ी उन पर्दो से छनकर आ रही थी. और हमदोनो को मदहोश कर रही थी. अब हम दोनों चुदाई के खेल में इतना खो गये की हमे होश ही नहीं था की हमलोग कहाँ है। मैं उसे अब भी प्यार कर रहा था उसकी चूत अब पूरी तरह गीली हो चुकी थी।
वो बोली भैया पहले जीभ से प्यार करो न.
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मैंने झुक कर उसकी पूरी चूत को मुँह में भर लिया और आम की तरह चूसने लगा फिर नीचे से लेकर ऊपर तक जीभ से चाटने लगा. अब वो मुझे ऊपर की तरफ खींचने लगी तो मैं अपने तने हुए लंड को उसकी चूत पे रख अंदर डालने लगा। उसने अपनी टांगें और फैलाई और लंड को अंदर लेने की कोशिश करने लगी। वह अपनी गांड उठा रही मैंने उसकी टांगें मोड़ दी और दंड पेलने के तरह उसे चोदने लगा। लंड धीरे धीरे अंदर जा रहा था और वो सी. सी कर रही थी। लंड पूरा का पूरा अंदर जा चुका था. कुछ देर दिशा को कसकर चोदने के बाद फिर मैंने दिशा को अपने ऊपर ले लिया और उसकी नाइटी उतार दी। अब उसके बूब्स को मसलते हुए मैंने उसे ऊपर नीचे होने के कहा और वो ऐसा करने लगी. बहुत देर तक ऐसा ही चलता रहा कभी वो ऊपर या नीचे अंत में ऊपर थी की वो झड़ गई। अब मैंने उसे नीचे किया और फिर उसे जोर जोर से चोदने लगा। Bahan Bhai ki chudai story
और वो बोलने लगी डार्लिंग क्या खा कर आये हो?
मैंने कहा कुछ नहीं तुम्हारा प्यार है।
मेरी स्पीड बरकार थी फिर हम इकट्ठे ही झड़ गए. मेरा गरम-2 वीर्य उसके गर्भ में गिर रहा था और वो आँख बंद कर आनंद में डूबी हुई थी. हम दोनों अलग हुए देखा. दिशा अभी भी लंबी-2 सांसे ले रही थी।
मैंने पूछा क्या हुआ थक गई.
वो बोली अब मैं जा रही हूँ।
मैंने कहा जल्दी क्या है?
फिर मैंने उसे दूसरी बार चोदने की लिए मनाया, बहुत कहने पर वह मान गई और फिर मै उसके ऊपर चढ़ गया और फिरसे मैंने दिशा को कसकर चोदा। आधे घंटे के बाद दोनों झड़ कर शांत हुए..
तो मैंने कहा दिशा अब ना जाने कब मिलेंगे एक बार और दे दो.
वो बोली तुम्हारा दिल नहीं भरने वाला मै तो चली.
मैंने उसके प्यारे मुखड़े को चूमा और कहा की क्या तुम अपने भैया से सच्चा प्यार नहीं करती?
वो बोली आप तो मेरे दिल में बसे हो लेकिन वक़्त का भी तो ख्याल करो सवेरा होने वाला है।
यह कह कर उसने अपने लहंगे से अपनी चूत साफ की और टाँगे उठा कर बोली की एक बार और ले लो पर जल्दी कर लो.
अब मैंने फिर से उसे जम कर चोदा, और हम दोनों पस्त हो गए. अब दोनों ने कपडे पहने और नीचे आ गये. उस समय सुबह के 5 बज चुके थे कही कोई उठ न जाये इसलिए दोनों जाकर सो गए. सुबह मैं देर तक सोता रहा जब उठा तो घर में काफी शोर गुल था सब मेहमान वापस जाने की तैयार कर रहे थे. पर दिशा कही दिखाई नहीं दे रही थी. मेरी निगाहे उसे ढूंढ रही थी फिर मैंने सोचा लगता है अभी तक सो रही होगी। पर थोड़ी देर में देखा निशा मेरी तरफ ही आ रही थी। Bahan Bhai ki chudai story
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वो मुझ से बोली- भैया चलो हम भी घर चले.
मैंने थोड़ा सा नजदीक हो कर कान में कहा के आज भी यहीं रुक जाते है और उसकी तरफ आँख मार दी.
उसने मेरी नाक उमेठ कर कहा- लगता है यहाँ ज्यादा ही दिल लग गया है पराये घर में ये सब रिस्की है चलो घर जा कर मौका निकाल लेंगे।
मै बोला- अच्छा ये बताओ दिन वाली पिक्चर अच्छी थी या रात वाली?
वो मुस्कुराई बोली दोनों अच्छी थी।
मैंने कहा ज्यादा अच्छी कौन सी थी?
वो शरमाते हुए बोली रात वाली।
मैंने कहा ठीक है तो जल्दी चलो.
वो बोली घर चल कर मम्मी पापा का ध्यान रखना कहीं जाते ही न मुझ पर टूट पड़ना.
मैंने कहा अच्छा बाबा जैसे कहोगी वैसे करूँगा और अपने घर में ही रात वाली पिक्चर देखेंगे.
मेरी चुदाई से दिशा का चेहरा खिल उठा था. घर पहुंचे तो मम्मी ने कहा हम तुम्हारा ही इंतज़ार कर रहे थे. कल अमावस्या है पापा के साथ मै हरिद्वार जा रही हूँ अंग स्नान करके कल आएंगे. हम दोनों की ख़ुशी छुपाये ना छुप रही थी. मम्मी ने हिदायत दी के तुम घर पर ही रहना दिशा को अकेले घर छोड़ कर न जाना. मैंने कहा ठीक है मम्मी दिशा का पूरा ख्याल रखूँगा. दिशा मंद-2 मुस्कुरा रही थी. जैसे ही मम्मी पापा घर से निकले तो मम्मी ने कहा के अंदर से दरवाजा बंद कर के रखना. मै अंदर से दरवाजा बंद करके जैसे ही मुड़ा तो दिशा दौड़ कर मुझ से लिपट गयी और बोली-
हाय भैया वहां की सारी कमी पूरी कर लो मै बिलकुल मना नहीं करुँगी.
मै बोला के दिशा शादी में तू गांड मटका-2 कर चलती थी तो मेरा दिल तेरी गांड मारने का बहुत करता था तो पहले मै तेरी गांड मरूंगा.
ठीक है भैया अब मेरी चीख भी निकली तो किसी को सुनाई नहीं देगी मेरा दिल भी गांड मरवाने को करता है.
मै फटाफट दिशा को बेड पर ले गया और अपने कपडे उतार दिए. दिशा ने भी जीन्स और टॉप उतारे और घोड़ी बन मेरे खड़े लंड को देखने लगी. उसने पेंटी और ब्रा नहीं पहने थे. मेरे सामने उसके चौड़े और भारी नितंब थे. मैंने पीछे से उसके चिकने मांसल कूल्हे पकडे और गांड का चुम्मा लिया. फिर मै गांड को बेहताशा चाटने लगा. दिशा के मुँह से लगातार सिसकियाँ निकल रही थी. फिर मैंने अपने लंड के मोटे सुपाड़े को उसकी गांड पर रखा तो उसके मुँह से मीठी सी सिसकारी निकली। Bahan Bhai ki chudai story
“हाय भैया आहिस्ता-2 डालना गांड कुंवारी है”.
मैंने थोड़ा जोर लगाया तो गधे जैसे लंड के सुपाड़े ने गांड के टांके उधेड़ दिए और सुपाड़ा गांड में घुस गया. दिशा की आँखों से आंसू छलक आए.
वो बोली – भैया सूखी ही मारोगे? मै तुम्हारे लंड को भी गीला कर देती हूँ.
मैंने लंड निकाला तो दिशा ने उसे मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया. वो कह रही थी के आपका सुपाड़ा ही मेरे मुँह में मुश्किल से आता है पूरा लंड तो मेरी गांड का बुरा हाल कर देगा. अच्छी तरह लंड चूसने के बाद वो फिर घोड़ी बन गयी. उसके मोटे मोटे चूतड़ों पे मैंने दाँत गड़ा दिए. मैंने फिर उसकी गांड को चूमा और जीभ से चाटा. दिशा ने पीछे मुड़ कर विनती की अब आ भी जाओ भैया! तवे को गरम देख कर मै घोड़े की तरह चढ़ गया और एक जोरदार धक्के के साथ लंड को उसकी गांड में घुसेड़ दिया. मेरा आधा लंड गांड के चिथड़े उडाता हुआ अंदर घुस गया.
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दिशा चिल्लाई- जरा रुको भैया मै मरी”.
मैंने रुक कर उसकी सुंदर गर्दन को चूमा. उसका मुँह पीछे की तरफ करके गालों को मुँह में भर कर चूसने लगा. मैंने महसूस किया की उसने अपनी जांघें अच्छे से फैला ली हैं और लंड को एडजस्ट कर लिया है. मैंने एक हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत के लहसुन को सहलाना शुरू कर दिया. इस से उसके नितंब हरकत करने लगे. मै समझ गया की गांड अब और ज्यादा लंड मांग रही है. मैंने एक जोरदार शॉट मारा और मेरे अंडकोष उसके गद्देदार चूतड़ों से जा टकराये. पूरा 10 इंच का लंड उसकी गांड में घुस गया था. अब मैंने आहिस्ता-2 शॉट लगाने शुरू कर दिए. उसके हैवी चूतड़ भी ताल से ताल मिलाने लगे. कुछ ही देर में लंड के धक्कों और उसकी सिसकारियों में तेज़ी आ गयी और वो बस बस करके झड़ने लगी. मै भी सारा वीर्य उसकी गांड में उड़ेल कर उसके ऊपर ही ढेर हो गया.
हमने मम्मी पापा के आने तक न दिन देखा न रात बस चुदाई में लगे रहे। जैसे 2 दिन बाद दुनिया का अंत होने वाला हो. उसके बाद तो दिशा को मेरे लंड का ऐसा चस्का लगा है की मम्मी पापा के सोने का बाद वो रोज़ मेरे कमरे में आ जाती है और सुबह तक चुदाई चलती है और सुबह को चुपके से अपने रूम में चली जाती है.
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Maine apni bahan ko bahut choda hai
Mughe se bhe chudwa le ak baat apne bahan ko
Mast story
Jisko chudai kahani ho bahan bhabhi sampark karen..
Meri bahan ne muhaalle m kai ladkon ka le chuki h par mera nhi leti bolti h hum bhai bahan h maine kai baar uske boobs bhi dabaye h choot par land rakh bhi rakha par daal nhi paaya
To tu meri chut mar le bhane bna ke
Kya yaar madhu
Meri be chut gili ho gyi
Me chat ke saaf keru