Akele me maa ko pel diya 3:- तो दोस्तों पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा कि कैसे मै और माँ बेहद करीब आ गए थे। अब हमारे बीच कोई दूरी नहीं थी। बस बाकी थी तो चुदाई और इस चुदाई के लिए माँ भी तड़प रही थी पर मै किसी जल्दबाज़ी मे नहीं था। मै माँ को पूरा तड़पाकर चोदना चाहता था। तो अब आगे पढ़िये कि कैसे मैंने अपनी माँ को चोदा।
इस कहानी का पिछला भाग यहाँ पढ़ें -> मेरी माँ एक गरम माल 2
Akele me maa ko pel diya 3
अगले दिन मैं सुबह 10:30 बजे उठा और फिर आधे घंटे में नहा धो के बाहर चला गया. देखा की माँ ब्रेकफास्ट बना रही थी. मैंने जाके उनको हग किया और बोला-
मैं: कल मज़ा आया तुम्हे?
तो वो बोली: हां बहुत आया, लेकिन अब तो उससे आगे बढ़ने का टाइम आ गया है.
मैं उनके ज़ोर से बूब्स दबाते हुए बोला: जानता हूं अब तो और मज़ा आएगा.
तो उनके मुँह से आह की आवाज़ निकल गयी मेरे ज़ोर से बूब्स दबाने की वजह से. फिर कभी उनके बूब्स दबा रहा था, कभी गांड, कभी गर्दन पे किस कर रहा था.
तो उन्होंने बोला: इतनी फॉर्मेलिटी क्यों कर रहे हो अब तुम-तुम बोल के.
फिर मैंने बोला: हां जानता हूं तेरे अंदर आग लगी हुई है जो मैं बुझा ही दूंगा अब. चल अब ब्रेकफास्ट करते है.
फिर हमने ब्रेकफास्ट किया और अब आग दोनों तरफ पूरी लगी थी. कभी भी हम बेड पे जा सकते थे क्यूंकि मेरे दिमाग में बस अब माँ को ठोकने का ख़याल था. मुझे पता था ये मछली 5 दिन से फड़फड़ा रही थी और मुझे इसका दम निकालना था अच्छे से. फिर ब्रेकफास्ट के बाद रसोई का काम करने के बाद माँ नहाने चली गयी अपने रूम में और मैं टीवी देखने लगा. एक घंटे बाद माँ अब सूट पहन के आयी जिसमे बैक में चैन लगी हुई थी. फिर मेरे पास से मुझे टीस करती हुई निकल गयी. मेरा मन किया साली को अभी पकड़ के यही चोद दू. फिर वो किचन में थी और टीसिंग वहाँ से भी फुल चालू थी. वो कभी आगे की तरफ झुक रही थी ताकि क्लीवेज दिखे दूर से मुझे. कभी मेरे पीछे होक डोगी बन रही थी. वो कभी अपने बूब्स को मेरे आगे दबा रही थी मुझे टीस करते हुए. ये 10-15 मिनट चलता रहा.
मैं सोफे पे बैठ के सब देख रहा था. वो किचन में खड़ी थी शायद वो चाह रही थी की मैं उसे अभी पकड़ के बेड पे पटक दू. वो करती रही ये सब. कभी बूब्स दबाना खुद से, कभी डोगी स्टाइल में खड़े हो जाना, कभी स्लिप पे एक टांग करके मेरी तरफ देखना, कभी चूत पे हाथ लगाना. ये सब चल रहा था. वहाँ से मैं बैठ के ये सब देख रहा था. फिर लगभग आधा घंटा निकल गया. मैं खड़ा हुआ और माँ के पास जाके खड़ा हो गया. माँ मुझे देख रही थी. 1-2 मिनट हो गए थे ऐसे ही खड़े-खड़े दोनों को. फिर अचानक से मैंने माँ की गर्दन पकड़ ली हाथो से और स्लैब से लगा दिया उसकी बैक को और उसको एक थप्पड़ मारते हुए बोला-
मैं: तेरे अंदर आग बहुत ज़्यादा है. देखता हूं तेरी आग को अब.
और फिर मैं उसको किस करने लगा. अब मैं थोड़ी हार्ड किस करने लगा और अच्छे से होंठ पे बाईट देने लगा. दोनों होंठो को अच्छे से चूसने लगा. 10 मिनट की किस के बाद मैंने उसको उल्टा कर दिया और उसकी गांड में ज़ोर-ज़ोर 4-5 थप्पड़ मारे. वो थोड़ा दर्द से चिल्लाने लगी. फिर मैंने स्लैब पे उसके ऊपर की बॉडी को लगा दिया. मैंने उसके बालों को अपने हाथ में लेके पीछे की तरफ गर्दन को खींचा बालो से और बोला-
मैं: तुझे यही चाहिए ना?
वो बोली: हां हां हां (लम्बी-लम्बी सांस लेते हुए).
मैंने उसकी गांड पे एक और थप्पड़ मारा और गांड दबायी. फिर अच्छे से मैंने पीछे बैक पे चैन नीचे कर दी पूरी. अब मुझे पूरी कमर दिख रही थी उनकी. तो मैंने अपनी जीभ लगा के अच्छे से उनकी सिसकियाँ निकाली. वो मोन करना स्टार्ट कर चुकी थी. फिर ब्रा से खेलते हुए मैंने बैक पे एक लव बाईट की. वो सेहम सी गयी इस दर्द से. फिर मैंने ब्रा का हुक खोल दी और आगे से बूब्स दबाने लगा. मैं काफी डोमिनेंट हो गया था क्यूंकि मेरी आग अब चरम पे थी. फिर मैंने उनका सूट उतार दिया. अब ब्रा भी उतार दी. मैंने पहली बार उनके बूब्स देखे जिससे मेरी आग और ज़्यादा बढ़ गयी. फिर मैंने दोनों बूब्स को हाथ में लेकर दबाने लगा. मैंने अच्छे से एक-एक करके दोनों बूब्स को चूसा. फिर निप्पल्स पे बाईट की.
अब माँ को लग रहा की उनकी चुदाई होगी ढंग से.
वो बोलने लगी: ले चलो बेड पे मुझे.
मैं अपना काम कर रहा था. कभी होंठ चूसना कभी बूब्स कभी बैक से खेलना कभी गांड से. ये सब चल रहा. फिर अच्छे से उनकी ऊपर की बॉडी से मज़े लिए. वो लाउड मॉनिंग करना स्टार्ट कर चुकी थी. फिर उसके बालों को पकड़ पीछे की तरफ गर्दन को खींचते हुए मैं उसको देख रहा था. वो पूरी तरह से मेरी बातें मान रही थी और उम्मीद में थी की कब मैं उसे बेड पे लेके ठोकूंगा. मैंने अब बाहर से माँ की चूत पे हाथ लगाया. वो गीली हो चुकी थी.
मैंने बोला: इतनी जल्दी तेरा पानी निकलने लगा. अभी तो मैं शुरू हुआ हूं.
मैं भी एक साल से चूत का भूखा था क्यूंकि एक साल पहले अपनी एक्स की ली थी. तब से मैंने भी सेक्स नहीं किया था तो मेरी भी आग बहुत थी. फिर मैंने माँ की सलवार उतार दी और वो अब सिर्फ पैंटी में मेरे पास खड़ी थी. मैंने अब उसकी चूत को बाहर से मसलना शुरू किया हल्का-हल्का. वो सिसकियाँ ले रही थी पागलों की तरह. फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो चूका था. शायद इतना लम्बा पहली बार हुआ था मुझे ऐसा लग रहा था.फिर मैंने उसके बालों को पकड़ के उसको घुटनो पे बिठा दिया और पैंट से ही अपने लंड को उसके मुँह से टच करने लगा. उसको पता चल रहा था की लंड खड़ा था और वो अपने मुँह के ऊपर इसे फील कर रही थी.
फिर ये करने के बाद मैंने माँ को उठाया ऊपर और उसके दोनों हाथ उनकी कमर के पीछे के जा कर पकड़ लिए और बोला-
मैं: आज रात को तुझे असली मज़ा दूंगा. अब शाम तक रेस्ट करो. फिर उनको किस करके बोला: अब अपने कपडे पहन ले.
फिर उन्होंने दोबारा जाके शावर लिया और फिर लगभग हमने 3 बजे लंच कर लिया. उसके बाद माँ अपने रूम में चली गयी. माँ भी सोफे पे बैठे-बैठे सो गया. फिर मैं उठा अराउंड 6 बजे तो देखा माँ सो रही थी अभी भी. मैंने उनको डिस्टर्ब नहीं किया और सोने दिया. फिर वो 8 बजे आयी बहार रूम से और डिनर बनाने की तैयारी करने लगी. मैंने जाके उनको हग किया पीछे से और पुछा-
मैं: आज रात के लिए रेडी है तू?
वो बोली: हां रेडी हूं.
मैं बोला: चल रात के लिए कंडोम ले आता हूं.
वो बोली: नहीं ज़रुरत नहीं है उसकी.
मैं बोला: अगर मैंने कण्ट्रोल नहीं किया तो?
माँ बोली: नहीं होगा कुछ क्यूंकि मैंने ऑपरेशन करवा रखा है.
ये सुनते ही मेरी आग बिलकुल बढ़ गयी क्यूंकि अब तो और ज़्यादा फील आएगा उसके साथ ये सोच रहा था मै. 9:30 बजे तक सब कुछ हो गया खाना और किचन का काम. फिर वो अपने रूम में गयी और बोली:
माँ – जब मैं रेडी हो जाउंगी तो आपको मैसेज कर दूँगी.
मैं बोला: ठीक है.
मैं अपने रूम था. मुझे पता था लगभग एक घंटा तो लग ही जायेगा. तो मैं रात के 10:30 बजे नहाने चला गया और 10 मिनट में नहा के बैठ गया अपने रूम में.
तो हमारी चुदाई कैसी रही पढ़िये आगे की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में.
अगला भाग पढ़े:- मेरी माँ एक गरम माल 4
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